मेष राशि अक्टूबर 2022 | Aries October 2022 | Mesh Rashi October 2022 | By Nakshatraveda.com
मेष राशिफल अक्टूबर 2022
सामान्य
मेष राशि के जातकों के लिए अक्टूबर का महीना कई मायनों में सकारात्मक रहने की संभावना है। इस महीने की शुरुआत में आपके छठे भाव में तीन ग्रह आपस में युति करेंगे जिसका सकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य जीवन पर पड़ने की संभावना है। वहीं शनि इस महीने आपके कर्म भाव में स्थित रहेगा जिसकी वजह से करियर के दृष्टिकोण से आपको इस महीने अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। मेष राशि के जातकों का प्रेम जीवन इस महीने सुखद रह सकता है। हालांकि आपका वैवाहिक जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहने की आशंका है क्योंकि सप्तम भाव में केतु विराजमान होने से दाम्पत्य जीवन में अव्यवस्था बनेंगी। ऐसे में आपको इस महीने अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है अन्यथा वैवाहिक जीवन में समस्याओं की वृद्धि हो सकती है। महीने के उत्तरार्ध में आपकी राशि का स्वामी मंगल आपके तृतीय भाव में गोचर करेगा जिसकी वजह से आप शिक्षा के क्षेत्र में भी उम्मीद के अनुरूप नतीजे प्राप्त करने में सफल रह सकते हैं।
अक्टूबर का यह महीना आपके जीवन के लिए कैसा रहेगा और परिवार, करियर, स्वास्थ्य, प्रेम आदि क्षेत्रों में आपको कैसे फल प्राप्त होंगे, यह जानने के लिए विस्तार से राशिफल पढ़ें।
कार्यक्षेत्र
मेष राशि के जातकों के लिए अक्टूबर का महीना करियर के दृष्टिकोण से सकारात्मक रहने की संभावना है। इस महीने शनि जो कि धनिष्ठा नक्षत्र में स्थित है, आपके दशम भाव यानी कि कर्म भाव में 24 डिग्री पर स्थित रहेगा। इसके साथ-साथ मंगल की दृष्टि आपके नवम भाव यानी कि भाग्य भाव पर पड़ेगी जिसकी वजह से आपको इस महीने अपने कार्य में भाग्य का पूर्ण साथ मिलने की संभावना है। पुराने रुके हुए कार्य या बिगड़े हुए कार्य इस दौरान आपको बनते हुए नजर आ सकते हैं। साथ ही इस अवधि में मेष राशि के वह जातक जो नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या अच्छी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें लाभ हो सकता है। महीने के उत्तरार्ध में मंगल आपके तीसरे भाव यानी कि पराक्रम भाव में गोचर करेगा और इस स्थान से यह आपके कर्म भाव पर दृष्टि डालेगा जिससे आपको करियर के क्षेत्र में लाभदायक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होने की संभावना है जिसका सकारात्मक प्रभाव आपके कार्य पर देखने को मिल सकता है। मेष राशि के वह जातक जो संपत्ति से जुड़ा व्यवसाय करते हैं या फिर चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हैं, उनके लिए भी यह समय अनुकूल रहने की संभावना है।
आर्थिक
आर्थिक जीवन के लिहाज से अक्टूबर का महीना मेष राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम दे सकता है। इस महीने के पूर्वार्ध में आपके द्वितीय भाव यानी कि धन भाव में आपके राशि का स्वामी मंगल स्थित रहेगा जिसकी वजह से आपको इस अवधि में परिवार में आयोजित होने वाले किसी मांगलिक कार्य के लिए धन खर्च करना पड़ सकता है। महीने के उत्तरार्ध में मंगल आपके दूसरे भाव से तीसरे भाव यानी कि सहोदर भाव में गोचर कर जाएगा तब आपको इस अवधि में अपने भाई-बहनों से आर्थिक रूप में सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। संभावना है कि इस अवधि में आपको अचानक ही कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति को और भी बल मिलेगा। इसके अलावा आपको अपने परिवार से भी आर्थिक सहायता प्राप्त हो सकती है। शनि जो कि आपके ग्यारहवें भाव यानी कि लाभ भाव का भी स्वामी है, वह इस महीने आपके दशम भाव यानी कि कर्म भाव में स्थित रहेगा जिसकी वजह से इस महीने आपकी आय में वृद्धि होने के भी योग बन रहे हैं। संभावना है कि आप इस अवधि में आय के अन्य स्रोत ढूंढने में सफल रहेंगे या फिर आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है जिसकी वजह से आपकी आय में वृद्धि होगी।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अक्टूबर का महीना मेष राशि के जातकों के लिए सुखद रहने की संभावना है। इस महीने की शुरुआत में आपके छठे भाव यानी कि रोग भाव में तीन ग्रहों यानी कि सूर्य, शुक्र और बुध की युति हो रही है। सूर्य और बुध आपस में युति कर के आपके छठे भाव में बुधादित्य योग का निर्माण कर रहे हैं जिसकी वजह से इस अवधि में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने की संभावना है। वहीं महीने के उत्तरार्ध में सूर्य और शुक्र आपके सप्तम भाव यानी कि कलत्र भाव में गोचर कर जाएंगे। ऐसे में बुध आपके छठे भाव में स्थित रहेगा। साथ ही इस दौरान मंगल की दृष्टि भी आपके छठे भाव पर पड़ेगी। आशंका है कि इसकी वजह से आपको इस अवधि में छोटी-मोटी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
प्रेम व वैवाहिक
इस महीने की शुरुआत में आपके पंचम भाव यानी कि प्रेम भाव का स्वामी सूर्य आपके छठे भाव में शुक्र और बुध के साथ स्थित रहेगा जिसकी वजह से आपके छठे भाव में सूर्य और बुध आपस में युति कर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। ग्रहों की इस स्थिति की वजह से मेष राशि के जातकों का प्रेम जीवन इस अवधि में सुखद रहने की संभावना है। इस दौरान आपके प्रेम जीवन में आप अपने प्रेमी/प्रेमिका के नजदीक आ सकते हैं। साथ ही आप दोनों एक दूसरे को इस अवधि में अच्छी तरह से समझने में सफल रह सकते हैं जिसकी वजह से आपके बीच गज़ब का तालमेल देखने को मिल सकता है। इसके अलावा मेष राशि के जातक इस महीने अपने प्रेमी/प्रेमिका के साथ कहीं बाहर घूमने जाने की योजना भी बना सकते हैं जिससे आपके संबंध और भी मधुर होंगे। हालांकि महीने के मध्य में सूर्य और शुक्र आपके सप्तम भाव यानी कि कलत्र भाव में गोचर करेंगे जिसकी वजह से आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद होने की आशंका है।
दूसरी तरफ मेष राशि के वह जातक जो विवाहित हैं उनके लिए यह महीना थोड़ा मुश्किलों से भरा रह सकता है। इस महीने आपके सप्तम भाव यानी कि कलत्र भाव में केतु स्थित रहेगा और महीने के उत्तरार्ध में सूर्य व शुक्र के साथ बुध भी आपके सप्तम भाव में गोचर कर जाएगा। ग्रहों की इस स्थिति की वजह से आपका वैवाहिक जीवन थोड़ा तनावपूर्ण रह सकता है। इस दौरान आपके बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि आप स्वयं के क्रोध पर काबू रखें और अहंकार को किनारे कर संयम के साथ जीवनसाथी की बात को समझने और उसकी समस्याओं को हल करने का प्रयास करें अन्यथा स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
पारिवारिक
मेष राशि के जातकों के लिए अक्टूबर का महीना पारिवारिक दृष्टिकोण से मिश्रित परिणामों से भरा रह सकता है। इस महीने के पूर्वार्ध में मंगल जो कि मृगशिरा नक्षत्र में स्थित रहेगा वह 26 डिग्री के साथ आपके दूसरे भाव यानी कि कुटुंब भाव में स्थित रहेगा जिसकी वजह से इस अवधि में आपका पारिवारिक जीवन सुखद रहने की संभावना है। मंगल का मेष राशि के कुटुंब भाव में स्थित होने से यह संभावना भी बन रही है कि इस दौरान आपके घर-परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। महीने के उत्तरार्ध में मंगल आपके तीसरे भाव यानी कि सहोदर भाव में गोचर करेगा। मंगल के इस गोचर की वजह से आपको इस अवधि में अपने भाई-बहनों का पूर्ण समर्थन और सहयोग प्राप्त हो सकता है। आप इस दौरान अपने परिवार के साथ सुखद समय बिताने में सफल रह सकते हैं और साथ ही आपके परिवार के सदस्यों के बीच आत्मीयता में भी वृद्धि देखी जा सकती है जिससे आपका मन प्रसन्न रहने वाला है। हालांकि आपको सलाह भी दी जाती है कि इस दौरान आप अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और शांति व धैर्य के साथ ही किसी मुद्दे पर विचार रखें। इसके अलावा आपको यह भी सलाह दी जाती है कि बिना घर के बड़ों व बुजुर्गों की सहमति लिए कोई भी फैसला न लें अन्यथा इसका नकारात्मक असर आपके पारिवारिक जीवन पर पड़ सकता है।
उपाय
काली वस्तुओं का दान करें
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
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